मेले के दौरान मंच पर कार्यकत्र्ताओं में मामूली झड़प
जोधपुर, 30 अगस्त। अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा एवं खजेड़ली शहीदी राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में पेड़ो की रक्षार्थ 363 लोगों के बलिदान से अनुप्राणित धरती पर प्रतिवर्ष भादवा सुदी दसमी को आयोजित खेजड़ली शहीदी मेला रविवार को अनेक धार्मिक कार्यक्रमों के साथ संपन्न हुआ।
संस्थान के अध्यक्ष एवं लूणी विधायक बाबु मलखानसिंह ने बताया कि सुबह 8ः00 बजे समाज के हजारों लोगों ने हवन में सामुहिक आहुतियां दी। हवन के बाद ध्वजारोहरण कर मेले की शुरुआत की गई। मुख्य समारोह सुबह 11 बजे शुरू हुआ। जिसमें स्थानीय सरपंचों का सम्मान किया गया। इस दौरान असामाजिक तत्वों ने मेले में हुड़दंग मचा दिया। झगड़ा शुरु किया। विधायक ने बताया कि हमनें बीचबचाव कर मामला शांत किया। इस दौरान जोधपुर सांसद श्रीमती चंद्रेशकुमार की तबीयत खराब हो गई वो फटाफट मंच से उतर कर कार में बैठकर रवाना हो गई। 15 मिनट बाद वो वापिस आ गई। समारोह के दौरान राजस्थान सरकार के वन एवं खनिज मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि पूरे देश में शहीदों की धरती के नाम से विख्यात खेजड़ली सदैव के लिए वंदनीय है। खेजड़ली गांव का नाम देश, दुनिया, हर धर्म में सम्मान का स्थान रखता है। प्रतिवर्ष लगने वाले मेले में लाखो लोग पर्यावरण व नशे के विरूद्व संकल्प लेकर जाते है। राज्य सरकार ने भी हरित राजस्थान के माध्यम से हर क्षेत्र में आह्वान किया है। खेजड़ली के माध्यम से ही सीख निकलकर पूरे राजस्थान को हरा-भरा बनाने की ओर बढ़ी है। बार-बार अकाल, सूखा जैसे संकट सामने खड़े हैं तथा इन चुनौतियों का सामना केवल वनों व पेड़ों की बढौतरी से हो सकता है।उन्होंने कहाकि खेजड़ली शहीदी स्मारक के लिए मुख्यमंत्री द्वारा घोषित राशि के अनुरूप कार्यो का प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने अमृतादेवी की स्मृतियंा राज्य के सभी क्षेत्रों में समान रूप से प्रसारित रहनी चाहिए।
जोधपुर की संासद श्रीमती चन्द्रेश कुमारी ने कहा कि विश्नोई समाज ने वन बचाओं एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए है। इसी का सभी समाज को अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की मंशा जाहिर करते हुए कहाकि विशेष तौर पर शुद्ध पानी के लिए ‘प्लास्टिक हटाओ-राजस्थान बचाओं‘ की पुरजोर प्रयास होने चाहिए। उन्होंने संासद कोष से दस लाख रूपए खेजड़ली में विकास कार्यो के लिए घोषणा की।
लूणी के विधायक बाबू मलखानसिंह ने अतिथियों का स्वागत किया और खेजड़ली के विकास के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संासद कोष के साथ ही जन सहयोग से मंच व पंडाल के कार्य में 57 लाख रूपए व्यय किए गए। उन्होंने बताया कि स्वयं के विधायक कोष से 4 लाख रूपए दिए जाएंगे। इसके साथ वर्तमान संासद कोष से 10 लाख सहयोग लिया जाएगा।
पूर्व भाजपा सांसद जसवंतसिंह बिश्नोई ने कहा कि पूरे विश्व में खेजड़ली की शहीदी पवित्र स्थली अनुकरणीय है। अमृतादेवी ने ही इस धरती पर कहा था कि सर काटने से भी पेड़ बचता है तो यह सस्ता रास्ता है। उन्होंने सामाजिक कुरीतियों के विरूद्व संकल्प करने का आह्वान करते हुए विशेष रूप से गुरू जंाभोजी के बताए 29 नियमों की पालना करने पर बल दिया।
उक्त समारोह में अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमानराम जाणी बिश्नोई, कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष साहबराम बिश्नोई ‘‘वृक्ष मित्र’’, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमेश राहड़, प्रदेश महामंत्री अनिल धारणियां,भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हनुमानराम विश्नोई, जांभा मंदिर के अध्यक्ष हीराराम विश्नोई, पूर्व नगर विकास न्यासी धर्मेन्द्र बेनिवाल, डेयरी के अध्यक्ष रामलाल, पूर्व विधायक सुखराम, पूर्व विधायक हीरालाल विश्नोई, पब्बाराम ढाका, पूर्व विधायक जुगल काबरा ने भी विचार व्यक्त किए।
Sunday, August 30, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
good this mela for our bishnoi community
ReplyDelete